कभी-कभी ऐसा होता है कि सबकुछ अच्छा चल रहा होता है और अचानक ही अच्छा समय बुरे समय में बदल जाता है। घर में क्लेश, अशांति और आर्थिक तंगी पैर पसार लेती है। परिवार में कोई सदस्य अचानक बीमार हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार इस प्रकार के बुरे प्रभाव बुरी नजर के कारण हो सकते हैं। बुरी नजर से बचने के लिए घर के बाहर काली मटकी लगाई जा सकती है।
वैसे तो सभी को अपना घर सुंदर और अच्छा लगता हैं और इन सुंदर और आकर्षक घर को दूसरों की बुरी नजर भी लग सकती हैं। ऐसे में अधिकांश घरों पर काली मटकी लगी दिखाई देती है। यह मटकी क्यों लगाई जाती है?
काली मटकी लगाने के संबंध में ऐसी मान्यता है कि इसे लगाने से किसी की बुरी नजर आपके घर पर नहीं लगेगी। घर पर बुरी नजर लगने का मतलब घर में कुछ अमंगल हो सकता है, घर के किसी सदस्य के साथ कुछ अनहोनी हो सकती है। वहीं बुरी संभावनाओं से बचने के लिए घरों के बाहर काली मटकी लगाई जाती है।
बुरी नजर या ईष्र्या की भावना के साथ जब कोई आपके घर की ओर देखता है तो उस वक्त यह मटकी उस नजर को, उसके बुरे प्रभाव को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। जिससे आपके घर पर होने वाला बुरा प्रभाव वहीं समाप्त हो जाता है। इस प्रकार घर की ओर बढ़ रहे बुरे प्रभाव स्वत: नष्ट हो जाती हैं।
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श्री हनुमान पावनता, संयम, शौर्य, पराक्रम, बुद्धि, बल, पवित्रता, संकल्प शक्ति के स्वामी हैं। श्री हनुमान की उपासना से ऐसी ही शक्तियों के बूते जीवन को कष्ट, बाधाओं व संकटों से मुक्त रखने के लिए मंगलवार और शनिवार के अलावा हिन्दू पंचांग के पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी, जो हनुमान अष्टमी के नाम से भी जानी जाती है, भी बहुत ही फलदायी मानी गई है।
आप भी हनुमान अष्टमी (18 दिसम्बर), शनिवार या मंगलवार जैसे हनुमान उपासना विशेष घड़ियों में यहां बताए छोटे-छोटे उपायों को अपनाकर जीवन में आ रही अनेक परेशानियों और बाधाओं से फौरन निजात पा सकते हैं-
- स्नान कर श्री हनुमान मंदिर में श्री हनुमान की पंचोपचार पूजा करें, जिसमें लाल गंध या चंदन, लाल फूल, लाल अक्षत अर्पित कर गुग्गल धूप व दीप से पूजा करें।
- श्री हनुमान को चमेली के तेल के साथ सिंदूर का चोला चढ़ाएं और लाल वस्त्र अर्पित करें।
- श्री हनुमान चालीसा, बजरंगबाण, हनुमान अष्टक का पाठ करें।
- श्री हनुमान की गुण, शक्तियों की महिमा से भरे मंगलकारी सुन्दरकाण्ड का परिजनों या इष्टमित्रों के साथ शिवालय में पाठ करें।
- शिव मंदिर में हनुमान मंत्र जैसे 'हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्' का रुद्राक्ष माला से जप करें।
- श्री हनुमान को गुड़-चने, अनार या गेंहू के आटे-गुड़ से बने पकवानों का भोग लगाएं।
- पंचमुखी हनुमान के दर्शन कर चरणों में नारियल व यज्ञोपवित अर्पित कर उनके चरणों का सिंदूर मस्तक पर लगाएं।
- नियत संख्या जैसे 11, 21, 51 हनुमान मंदिर में श्री हनुमान के अलग-अलग स्वरूपों के दर्शन करें।
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