Monday, April 18, 2011

हथेली के इन 7 हिस्सों से बनती-बिगड़ती है हर बात



ज्योतिष के अनुसार हमारी हथेली को 7 अलग-अलग भागों में बांटा गया है। इन्हें पर्वत, क्षेत्र या स्थान के नाम से भी जाना जाता है। इनके उभरे होने दबे होने से ही हमारे गुण-अवगुण प्रभावित होते हैं। यह सात क्षेत्र इस प्रकार हैं-

शुक्र क्षेत्र, बृहस्पति क्षेत्र, शनि क्षेत्र, सूर्य क्षेत्र, बुध क्षेत्र, मंगल क्षेत्र और चंद्र क्षेत्र।

शुक्र क्षेत्र: यह क्षेत्र अंगूठे के नीचे स्थित होता है। इसका आकार जीवन रेखा तक रहता है।

बृहस्पति क्षेत्र: यह पर्वत इंडेक्स फिंगर के ठीक नीचे स्थित होता है। इसी वजह से इंडेक्स फिंगर को गुरु की अंगुली भी कहते हैं।

शनि क्षेत्र: यह क्षेत्र मीडिल फिंगर के नीचे रहता है। इसी वजह से मीडिल फिंगर को शनि की अंगुली भी कहते हैं।

सूर्य क्षेत्र: रिंग फिंगर की नीचे स्थित भाग को सूर्य क्षेत्र के नाम से जाना जाता है।

बुध क्षेत्र: यह पर्वत सबसे छोटी अंगुली के नीचे स्थित रहता है।

चंद्र क्षेत्र: यह पर्वत शुक्र पर्वत के ठीक सामने हथेली के दूसरी ओर रहता है।

मंगल क्षेत्र: ज्योतिष के अनुसार हथेली पर 2 मंगल क्षेत्र माने गए हैं। पहला मंगल क्षेत्र गुरु पर्वत के ठीक नीचे मस्तिष्क रेखा के ऊपर और जीवन रेखा के अंदर की ओर शुक्र पर्वत के ऊपर स्थित होता है। दूसरा मंगल क्षेत्र बुध पर्वत के नीचे और चंद्र पर्वत के ऊपर रहता है। अर्थात बुध और चंद्र पर्वत के बीच मंगल क्षेत्र स्थित रहता है।




Varinder Kumar
ASTROLOGER
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