जानिए: आज का पंचांग, किस दिशा में यात्रा करें? चोरी गई वस्तु कहां मिलेगी? आज कौन सा ग्रह, किस राशि में है?
26 अक्टूबर 2011: बुधवार, सूर्य दक्षिणायन, कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष, शोभन नाम संवत्सर, संवत् 2068, शरद ऋतु।
तिथि - अमावस्या
विशेष - दीपावली
शुभ चौघडिय़ा-
दोपहर 03:21 से 04:43 तक चंचल,
दोपहर 04:24 से 05:49 तक लाभ,
शाम 07:24 से 08:49 तक शुभ,
रात 08:49 से 10:32 तक अमृत
व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर पूजा का मुहूर्त - रात 05:49 से 08:57 तक (प्रदोष काल, स्थिर लग्र, शुभ और अमृत का चौघडिय़ा)
घर पर लक्ष्मी पूजा करने का मुहूर्त - शाम को 06:57 से रात 08:57 बजे तक (वृष लग्र )
वृष लग्र (शाम 06:57 से रात 08:57 बजे तक) - सामान्य, गृहस्थ, किसान, सेवाकर्मी, सोंदर्य प्रसाधन विक्रेता एवं निर्माता, वस्त्र व्यवसायी, अनाज व्यापारी, वायदा एवं शेयर बाजार वाले, व्यवसायी(दुकानदार, मार्केटिंग-फाइनेंस), होटल मालिक, अध्यापक, लेखक, एकाउंटेंट, चार्टर्ड एकाउंटेंट, बैंककर्मी, प्रशासनिक अधिकारी एवं नौकरी-पेशा लोग।
सिंह लग्र (रात 01:26 से 03:38 बजे तक) - जज, वकील एवं न्यायालय से संबंधित व्यक्ति, पुलिस विभाग, डॉक्टर, कैमिस्ट, वैद्य, दवा निर्माता, इंजीनियर, पायलेट, सेना, उद्योगपति (कारखानेदार)ठेकेदार, हार्डवेयर व्यवसायी।
नक्षत्र - चित्रा
सूर्योदय - 05:50
सूर्यास्त - 07:10
अक्षांश - 23:11 उत्तर
देशांश - 75:43 पूर्व
ग्रह स्थिति - चंद्र कन्या में सुबह 11.30 से तुला में, सूर्य तुला में, मंगल कर्क में, बुध कन्या में, गुरू मेष में, शुक्र तुला में, शनि कन्या राशि में, राहु वृश्चिक में और केतु वृष राशि में स्थित है।
किस दिशा में यात्रा - उत्तर दिशा, यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन करके यात्रा करें।
किस दिशा में चोरी - पश्चिम दिशा में चोरी गई समझें, नहीं मिलेगी।
दीपावली-पूजन में प्रयुक्त होने वाली वस्तुएं एवं मांगलिक लक्ष्मी चिह्न सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, शांति और उल्लास लाने वाले माने जाते हैं इनमें प्रमुख इस प्रकार हैं-
वंदनवार-आम या पीपल के नए कोमल पत्तों की माला को वंदनवार कहा जाता है। इसे दीपावली के दिन पूर्वीद्वार पर बांधा जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि देवगण इन पत्तों की भीनी-भीनी सुगंध से आकर्षित होकर घर में प्रवेश करते हैं। ऐसी मान्यता है कि दीपावली की वंदनवार पूरे 31 दिनों तक बंधी रखने से घर-परिवार में एकता व शांति बनी रहती हैं।
स्वास्तिक-लोक जीवन में प्रत्येक अनुष्ठान के पूर्व दीवार पर स्वास्तिक का चिह्न बनाया जाता है। उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम इन चारों दिशाओं को दर्शाती स्वास्तिक की चार भुजाएं, ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और सन्यास आश्रमों का प्रतीक मानी गई हैं। यह चिह्न केसर, हल्दी, या सिंदूर से बनाया जाता है।
कौड़ी-लक्ष्मी पूजन की सजी थाली में कौड़ी रखने की प्राचीन परंपरा है, क्योंकि यह धन और श्री का पर्याय है। कौड़ी को तिजौरी में रखने से लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
लच्छा-यह मांगलिक चिह्नï संगठन की शक्ति का प्रतीक है, जिसे पूजा के समय कलाई पर बांधा जाता है।
तिलक-पूजन के समय तिलक लगाया जाता है ताकि मस्तिष्क में बुद्धि, ज्ञान और शांति का प्रसार हो।
पान-चावल-ये भी दीप पर्व के शुभ-मांगलिक चिह्नï हैं। पान घर की शुद्धि करता है तथा चावल घर में कोई काला दाग नहीं लगने देता।
बताशे या गुड़-ये भी ज्योति पर्व के मांगलिक चिह्न हैं। लक्ष्मी-पूजन के बाद गुड़-बताशे का दान करने से धन में वृद्धि होती है।
ईख-लक्ष्मी के ऐरावत हाथी की प्रिय खाद्य-सामग्री ईख है। दीपावली के दिन पूजन में ईख शामिल करने से ऐरावत प्रसन्न रहते हैं और उनकी शक्ति व वाणी की मिठास घर में बनी रहती है।
ज्वार का पोखरा-दीपावली के दिन ज्वार का पोखरा घर में रखने से धन में वृद्धि होती है तथा वर्ष भर किसी भी तरह के अनाज की कमी नहीं आती। लक्ष्मी के पूजन के समय ज्वार के पोखरे की पूजा करने से घर में हीरे-मोती का आगमन होता है।
रंगोली- लक्ष्मी पूजन के स्थान तथा प्रवेश द्वार व आंगन में रंगों के संयोजन के द्वारा धार्मिक चिह्न कमल, स्वास्तिक कलश, फूलपत्ती आदि अंकित कर रंगोली बनाई जाती है। कहते हैं कि लक्ष्मीजी रंगोली की ओर जल्दी आकर्षित होती है।
अगर दीपावली के एक दो दिन पहले ही आपको ये इशारे या सपने दिखें तो समझ लें कि लक्ष्मी आपके लिजीए इस दिवाली पर लक्ष्मी आपके यहां जरूर आएगी
- अगर आपके शरीर के दाहिने भाग में या सिधे हाथ में खुजली हो रही है तो समझे लक्ष्मी आने वाली है।
- बैंक में पैसे जमा करने जाते वक्त अगर रास्ते में गाय आ जाए तो आपके धन संबंधित सभी काम पूरे होते हैं।
- अगर रास्ते मे सुंदर स्त्री या कन्या दिख जाए तो भी इसे शुभ मानना चाहिए।
- लेन-देन के समय भी पैसा हाथ से छूट जाए तो समझना चाहिए धन लाभ होगा।
- अगर आपके यहाँ सोकर उठते से ही सुबह सुबह कोई भिखारी मांगने आ जाए तो ये समझना चाहिए आपके द्वारा दिया गया पैसा (उधार) बिना माँगे वापस आ जाएगा। ऐसे व्यक्ति को कभी खाली हाथ न लौटाएं।
- अगर आप धन संबंधित काम के लिए या खरीददारी के लिए कहीं जाने के लिए कपड़े पहन रहे हैं और जेब से पैसे गिरें तो यह आपके लिए धन प्राप्ति का संकेत हैं।
- कहीं जाते समय नेवले द्वारा रास्ता काटना या नेवले का दिखना शुभ संकेत होता है। नेवला दिखना धन लाभ का संकेत होता है।
- दिवाली के इन दिनों में आपको कहीं नेवला दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है।
- दिन में नेवला दिखना ठीक नहीं माना जाता, फिर भी कई स्थानों पर यह काल से बचाने वाला, धन प्राप्ति कराने वाला होता है।