उतार-चढ़ाव अच्छा और बुरा समय सभी की जिंदगी में आता है लेकिन कुछ लोगों के जीवन हमेशा संघर्षो से भरा रहता है। यदि ज्योतिष की सलाह लेते हैं तो अक्सर ऐसे लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है। अगर जन्म कुंडली में केतु चौथे और राहु दसवें भाव में हो तो ये दोनों ग्रह मिलकर घातक कालसर्प योग बनाते हैं। इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति यदि माँ की सेवा करें तो उसे उत्तम घर व सुख की प्राप्ति होती है।
ऐसा कालसर्प योग शुभ कम और अशुभ ज्यादा होता है।जिसकी कुंडली में ये घातक कालसर्प दोष होता है वो जातक हमेशा सुख प्राप्त करने के लिए कोशिश करता रहता है लेकिन उसके पास कितना ही सुख आ जाये तब भी उसका मन नहीं भरता। ऐसे व्यक्ति को पिता से भी दूर रहना पड़ता है। उसका वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं रहता।
ऐसे कालसर्प वालों को बिजनेस और कार्यक्षेत्र में अप्रत्याशित समस्याओं का मुकाबला करना पड़ता है कालसर्प एक ऐसा योग है जिससे व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान होना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति को मुख्य रूप से संतान संबंधी कष्ट होता है। इस योग के कारण जीवन के किसी ना किसी क्षेत्र में परेशान अवश्य रहना पड़ता है। इसलिए ज्योतिष के अनुसार इस दोष को काले सर्प के सामन भयानक माना जाता है
Varinder Kumar
ASTROLOGER
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