15 जून, बुधवार को खग्रास चंद्रग्रहण है। यह ग्रहण भारत के अलावा अफ्रीका, यूरोप, अटलान्टिक महासागर, दक्षिण अमेरिका, मध्य पूर्व एशिया, अन्टार्टिका व दक्षिण पश्चिम पेसेफिक महासागर में भी दिखाई देगा।
लुधियाना के ज्योतिषाचार्य Varinder Kumar JI के अनुसार भारतीय समयानुसार ग्रहण 15 जून की रात 11 बजकर 52 मिनट से प्रारंभ होगा तथा 3 बजकर 32 मिनट पर इसका मोक्ष होगा। ग्रहण का काल 3 घंटे 40 मिनट रहेगा। ग्रहण का सूतक काल 15 जून दोपहर को 2 बजकर 52 मिनिट से प्रारंभ हो जाएगा। यह ग्रहण ज्येष्ठा नक्षत्र चतुर्थ चरण पर वृश्चिक राशि में जब चंद्रमा होंगे तब शुरु होगा तथा इसका मोक्ष मूल नक्षत्र के प्रथम चरण में धनु राशि के चंद्रमा में होगा। अत: वृश्चिक एवं धनु राशि वाले जातक इस ग्रहण को न देखें तो बेहतर रहेगा।
ये करें चंद्रग्रहण के दौरान
ग्रहण काल में अपने इष्टदेव का ध्यान, गुरु मंत्र का जाप, धार्मिक कथाओं का श्रवण एवं मनन करना चाहिए। इनमें से कुछ न कर पाने की स्थिति में राम नाम का या अपने इष्टदेव के नाम का जप भी कर सकते हैं। इस दौरान भगवान की मूर्ति को छूना, भोजन पकाना या खाना एवं पीना, सोना, मनोरंजन या कामुकता का त्याग करना चाहिए। भोजन व पानी में दुर्वा या तुलसीदल डाल कर रखें तो बेहतर रहेगा। ग्रहण के पश्चात पूरे घर की शुद्धि एवं स्नान कर दान देने का महत्व है।
any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law
jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311
email: sun_astro37@yahoo.com
No comments:
Post a Comment