मंदिर जाने से जुड़ी हिन्दू धर्म में अनेक परंपराएं हैं। दर्शन के बाद सीधे हाथ में चरणामृत ग्रहण करना भी एक परंपरा है। कहते हैं सीधे हाथ में तुलसी चरणामृत ग्रहण करने से हर शुभ काम या अच्छे काम का जल्द परिणाम मिलता है। इसीलिए चरणामृत हमेशा सीधे हाथ से लेना चाहिए क्योंकि इससे किए जाने वाले कार्य का जल्द ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त होता हैं।
इसीलिए हर धार्मिक कार्य चाहे वह यज्ञ हो या दान-पुण्य सीधे हाथ से ही किया जाना चाहिए। जब हम हवन करते हैं और यज्ञ नारायण भगवान को आहूति दी जाती है तो वो सीधे हाथ से ही दी जाती है।मंदिर में दर्शन के बाद सीधे हाथ से तुलसी चरणामृत ग्रहण करने से कई तरह की बीमारियां तो दूर होती ही हैं। साथ ही इससे नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
लेकिन चरणामृत लेने के बाद अधिकतर लोगों की आदत होती है कि वे अपना हाथ सिर पर फेरते हैं। चरणामृत लेने के बाद सिर पर हाथ रखना सही है या नहीं यह बहुत कम लोग जानते हैं? दरअसल शास्त्रों के अनुसार चरणामृत लेकर सिर पर हाथ रखना अच्छा नहीं माना जाता है। कहते हैं इससे विचारों में सकारात्मकता नहीं बल्कि नकारात्मकता बढ़ती है। इसीलिए चरणामृत लेकर कभी भी सिर पर हाथ नहीं फेरना चाहिए।
any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law
jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311
email: sun_astro37@yahoo.com
No comments:
Post a Comment