दशहरे पर करें काले तिल का छोटा सा चमत्कारी उपाय
हम जाने-अनजाने कई ऐसे कार्य करते हैं जिन्हें शास्त्रों के अनुसार पाप समझा जाता है। वेद-पुराण में पाप और पुण्य के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। इनके अनुसार अधिकांश लोग कुछ न कुछ ऐसे कार्य अवश्य करते हैं जिन्हें पाप की श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे कार्यों के विषय में हमें जानकारी नहीं रहती। ऐसे ही पापों से बचने के लिए मां दुर्गा के लिए एक विशेष उपाय बताया गया है।
ऐसा माना जाता है कि मृत्यु के बाद सभी को अपने किए पाप-पुण्य के कर्मों के फल प्राप्त होते हैं। शास्त्रों के अनुसार जाने-अनजाने में किए ऐसे ही पाप कर्मों के बुरे फल यमराज की भयंकर यातनाओं के रूप में प्राप्त होते हैं। यमराज के संबंध में कई बातें बताई गई हैं।
यदि इस प्रकार की सभी यातनाओं से बचना है तो दशहरे के लिए मां काली को काले तिल अर्पित करने से व्यक्ति के पापों में कमी आती है और पुण्य में वृद्धि होती है। प्रतिवर्ष दशहरे के दिन प्रात: माता दुर्गा का पूजन करके उनको काले तिल अर्पण करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि यमराज का एक अलग लोक है जिसे यमपुरी के नाम से जाना जाता है। किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात आत्मा इसी लोक में आती है। जहां आत्मा को उसके द्वारा धरती पर जन्म के बाद किए गए पाप और पुण्य कर्मों का फल प्राप्त होता है। यदि कोई व्यक्ति पापी होता है तो उसे कई प्रकार की यातनाएं वहां सहना पड़ती है।
इसके साथ ही संकल्प करें कि सभी बुरी आदतों एवं लतों का त्याग करेंगे। ऐसा करने से यमलोक में मिलने वाली यातना का भय नहीं रहता है। इसके साथ ही खुद को सभी प्रकार के बुरे और अधार्मिक कार्यों से दूर रखें।
हम जाने-अनजाने कई ऐसे कार्य करते हैं जिन्हें शास्त्रों के अनुसार पाप समझा जाता है। वेद-पुराण में पाप और पुण्य के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। इनके अनुसार अधिकांश लोग कुछ न कुछ ऐसे कार्य अवश्य करते हैं जिन्हें पाप की श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे कार्यों के विषय में हमें जानकारी नहीं रहती। ऐसे ही पापों से बचने के लिए मां दुर्गा के लिए एक विशेष उपाय बताया गया है।
ऐसा माना जाता है कि मृत्यु के बाद सभी को अपने किए पाप-पुण्य के कर्मों के फल प्राप्त होते हैं। शास्त्रों के अनुसार जाने-अनजाने में किए ऐसे ही पाप कर्मों के बुरे फल यमराज की भयंकर यातनाओं के रूप में प्राप्त होते हैं। यमराज के संबंध में कई बातें बताई गई हैं।
यदि इस प्रकार की सभी यातनाओं से बचना है तो दशहरे के लिए मां काली को काले तिल अर्पित करने से व्यक्ति के पापों में कमी आती है और पुण्य में वृद्धि होती है। प्रतिवर्ष दशहरे के दिन प्रात: माता दुर्गा का पूजन करके उनको काले तिल अर्पण करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि यमराज का एक अलग लोक है जिसे यमपुरी के नाम से जाना जाता है। किसी भी व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात आत्मा इसी लोक में आती है। जहां आत्मा को उसके द्वारा धरती पर जन्म के बाद किए गए पाप और पुण्य कर्मों का फल प्राप्त होता है। यदि कोई व्यक्ति पापी होता है तो उसे कई प्रकार की यातनाएं वहां सहना पड़ती है।
इसके साथ ही संकल्प करें कि सभी बुरी आदतों एवं लतों का त्याग करेंगे। ऐसा करने से यमलोक में मिलने वाली यातना का भय नहीं रहता है। इसके साथ ही खुद को सभी प्रकार के बुरे और अधार्मिक कार्यों से दूर रखें।
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