यदि आपको सपने में सांप दिखाई देते हैं या हर समय तनाव और असमंजस की स्थिति बनी रहती है, तो हो सकता है आपकी कुंडली कालसर्प योग से प्रभावित हो सकती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग होता है वह जीवनभर कई परेशानियों का सामना करता है। वह कई बार इतना तनाव महसूस करता है कि उसके दिमाग में आत्महत्या तक के विचार आने लगते हैं। इस योग की शांति की जा सकती है।
बहुत कम लोग ही इस योग से बच पाते हैं। यह अधिकतम लोगों की कुंडली में किसी न किसी रूप में मौजूद होता हैं। मुख्यत: काल सर्प 12 प्रकार के होते हैं। इनके नाम इस प्रकार है:
1. अनंत
2. कुलिक
3. वासुकी
4. शंखपाल
5. पद्म
6. महापद्म
7. तक्षक
8. कर्कोटक
9. शंखचूड
10. घातक
11. विषधर
12 शेष.
कई ज्योतिष शास्त्रों के विद्वानों के अनुसार कालसर्प 3456 प्रकार के होते हैं।
इन सभी कालसर्प योगों में कर्कोटक, विषधर, घातक और शंखचूड हैं। यह सबसे अधिक दुष्प्रभावी योग होते हैं।
बाकी के कालसर्प योग नुकसानदायक नहीं होते। इनका पूजन पाठ कराने से ये शांत हो जाते हैं। कालसर्प दोष जिस व्यक्ति को होता है वह हमेशा असमंजस में रहता है तथा कोई कार्य ठीक ढंग़ से नहीं कर पाता। वह हमेशा भयग्रस्त रहता है।
कालसर्प दोष शांति के उपाय:
- यदि कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसे पीपल के वृक्ष की तीन सौ दिन में 28 हजार परिक्रमा करनी चाहिए।
- शिवलिंग पर तांबे का नाग ब्रह्ममुहूर्त में चढ़ाएं। चांदी का नाग-नागीन नदी में बहाएं।
- शिव उपासना लघु रुद्र का पाठ कराएं।
- बुधवार या शनिवार को भिखारी को कंबल, उड़द, मूंग का दान करें।
- एक तरबूज लेकर पानी के किनारे जोर से पटक दें।
- शनिवार को कुत्ते को बिस्किट खिलाएं।
- नवनाग स्तोत्र का पाठ करें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग होता है वह जीवनभर कई परेशानियों का सामना करता है। वह कई बार इतना तनाव महसूस करता है कि उसके दिमाग में आत्महत्या तक के विचार आने लगते हैं। इस योग की शांति की जा सकती है।
बहुत कम लोग ही इस योग से बच पाते हैं। यह अधिकतम लोगों की कुंडली में किसी न किसी रूप में मौजूद होता हैं। मुख्यत: काल सर्प 12 प्रकार के होते हैं। इनके नाम इस प्रकार है:
1. अनंत
2. कुलिक
3. वासुकी
4. शंखपाल
5. पद्म
6. महापद्म
7. तक्षक
8. कर्कोटक
9. शंखचूड
10. घातक
11. विषधर
12 शेष.
कई ज्योतिष शास्त्रों के विद्वानों के अनुसार कालसर्प 3456 प्रकार के होते हैं।
इन सभी कालसर्प योगों में कर्कोटक, विषधर, घातक और शंखचूड हैं। यह सबसे अधिक दुष्प्रभावी योग होते हैं।
बाकी के कालसर्प योग नुकसानदायक नहीं होते। इनका पूजन पाठ कराने से ये शांत हो जाते हैं। कालसर्प दोष जिस व्यक्ति को होता है वह हमेशा असमंजस में रहता है तथा कोई कार्य ठीक ढंग़ से नहीं कर पाता। वह हमेशा भयग्रस्त रहता है।
कालसर्प दोष शांति के उपाय:
- यदि कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसे पीपल के वृक्ष की तीन सौ दिन में 28 हजार परिक्रमा करनी चाहिए।
- शिवलिंग पर तांबे का नाग ब्रह्ममुहूर्त में चढ़ाएं। चांदी का नाग-नागीन नदी में बहाएं।
- शिव उपासना लघु रुद्र का पाठ कराएं।
- बुधवार या शनिवार को भिखारी को कंबल, उड़द, मूंग का दान करें।
- एक तरबूज लेकर पानी के किनारे जोर से पटक दें।
- शनिवार को कुत्ते को बिस्किट खिलाएं।
- नवनाग स्तोत्र का पाठ करें।
any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law
Jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311,09872493627
email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsuna strocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http:/ /www.facebook.com/profile.php?id=100000371678
Jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311,09872493627
email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsuna
http://www.sunastro.com/
http:/
No comments:
Post a Comment