श्री हनुमान रामदूत और भक्त होकर
भक्ति, सेवा, श्रद्धा और समर्पण की साक्षात् मूर्ति हैं। यही नहीं श्री
हनुमान चरित्र पावनता और ब्रह्मचर्य व्रत के दृढ़ता से पालन कर सुखद जीवन
जीने की प्रेरणा देता है। यही कारण है कि ब्रह्मचर्य से जुड़े पवित्रता,
संयम और अनुशासन के भावों को अपनाना हनुमान भक्ति के लिए भी जरूरी बताया
गया है।
वैसे श्री हनुमान रुद्र अवतार हैं, इसलिए माना जाता है कि शिव की भांति ही वह भी भक्ति और साधना के सरल उपायों से शीघ्र कृपा कर देते हैं, जो संकटमोचक और कामनासिद्धि करने वाली होती है।
हनुमान साधना की सिद्धि की लिये भी ऐसे ही सरल उपायों को यहां बताया जा रहा है। जिनका खासतौर पर मंगलवार, शनिवार और हनुमान उत्सवों की विशेष तिथियों पर जरूर पालन करना चाहिए -
- ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें यानी तन, मन, विचार, वचन में पवित्रता व संयम रखकर ही हनुमान उपासना करें।
- हनुमान के मंत्र स्मरण लाल या पीले आसान पर रुद्राक्ष की माला से असरदार माने गए हैं।
- हनुमान को सुख की कामना से चमेली के तेल व संकटमोचन के लिये तिल के तेल के साथ सिंदूर का चोला चढ़ाना शुभ फलदायी माना जाता है।
- केसर मिला लाल चंदन के साथ लाल फूल जैसे कमल, गुलाब आदि अर्पित कर पूजा करें।
- पवित्रता के लिये ही श्री हनुमान को गाय के शुद्ध घी से बना प्रसाद चढ़ाएं।
- खासतौर पर सुबह गुड़-चना, नारियल, दोपहर में गुड़-घी के लड्डू चूरमा व शाम को फल अर्पित करें। गुग्गल धूप व घी या चमेली तेल से दीप आरती करें।
- श्री हनुमान के नेत्रों की ओर दृष्टि रख मंत्र जप या स्तुति का पाठ करें और इतनी आस्था से करें कि आंखे बंद होने पर भी श्री हनुमान का स्वरूप मन-मस्तिष्क में मौजूद रहे और दिखाई दे।
- श्री हनुमान उपासना के बाद सिंदूर मस्तक पर जरूर लगाएं और प्रसाद ग्रहण कर मन में पवित्र कार्य और विचारों का संकल्प लें। श्री हनुमान को समर्पित जनेऊ, लाल मौली या काला धागा शरीर पर धारण करें।
वैसे श्री हनुमान रुद्र अवतार हैं, इसलिए माना जाता है कि शिव की भांति ही वह भी भक्ति और साधना के सरल उपायों से शीघ्र कृपा कर देते हैं, जो संकटमोचक और कामनासिद्धि करने वाली होती है।
हनुमान साधना की सिद्धि की लिये भी ऐसे ही सरल उपायों को यहां बताया जा रहा है। जिनका खासतौर पर मंगलवार, शनिवार और हनुमान उत्सवों की विशेष तिथियों पर जरूर पालन करना चाहिए -
- ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें यानी तन, मन, विचार, वचन में पवित्रता व संयम रखकर ही हनुमान उपासना करें।
- हनुमान के मंत्र स्मरण लाल या पीले आसान पर रुद्राक्ष की माला से असरदार माने गए हैं।
- हनुमान को सुख की कामना से चमेली के तेल व संकटमोचन के लिये तिल के तेल के साथ सिंदूर का चोला चढ़ाना शुभ फलदायी माना जाता है।
- केसर मिला लाल चंदन के साथ लाल फूल जैसे कमल, गुलाब आदि अर्पित कर पूजा करें।
- पवित्रता के लिये ही श्री हनुमान को गाय के शुद्ध घी से बना प्रसाद चढ़ाएं।
- खासतौर पर सुबह गुड़-चना, नारियल, दोपहर में गुड़-घी के लड्डू चूरमा व शाम को फल अर्पित करें। गुग्गल धूप व घी या चमेली तेल से दीप आरती करें।
- श्री हनुमान के नेत्रों की ओर दृष्टि रख मंत्र जप या स्तुति का पाठ करें और इतनी आस्था से करें कि आंखे बंद होने पर भी श्री हनुमान का स्वरूप मन-मस्तिष्क में मौजूद रहे और दिखाई दे।
- श्री हनुमान उपासना के बाद सिंदूर मस्तक पर जरूर लगाएं और प्रसाद ग्रहण कर मन में पवित्र कार्य और विचारों का संकल्प लें। श्री हनुमान को समर्पित जनेऊ, लाल मौली या काला धागा शरीर पर धारण करें।
any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law
Jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311,09872493627
email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsuna strocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http:/ /www.facebook.com/profile.php?id=100000371678
Jyotishachary Varinder Kumar JI
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India
01614656864
09915081311,09872493627
email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsuna
http://www.sunastro.com/
http:/
No comments:
Post a Comment